बच्चों के शरीर में भी हार्मोन्स का संतुलन डगमगा सकता है। जानें हार्मोनल असंतुलन के कुछ कॉमन लक्षण जिससे पता चलता है हार्मोन्स की गड़बड़ी के बारे में।
यदि आपके बच्चे की ग्रोथ में समस्या है या वह बचपन में ही थायराइड और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का मरीज बन चुका है, तो इसका कारण असंतुलित हार्मोन्स हो सकते हैं। इसे हार्मोनल डिसऑर्डर भी बोला जाता है। हार्मोन्स एक तरह के केमिकल्स होते हैं जो यह तय करते हैं कि हमारा शरीर काम कैसे करेगा। उदाहरण के लिए जैसे 1 बच्चे के शरीर में यह तय करना कि उसकी ग्रोथ कैसी होगी ये हार्मोन्स का काम होता है। अगर हार्मोन्स असंतुलित होते हैं, तो बच्चे को कई बीमारियां होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। निचे पढ़ कर जाने की बच्चों में हार्मोन्स के असंतुलित होने के लक्षण और कारण।
बच्चों में असंतुलित हार्मोन्स के कारण
- बच्चे के शरीर में पोषक तत्वों की कमी।
- किसी बीमारी के चलते ज्यादा दवाएं लेना।
- कम उम्र में बच्चे को ज्यादा तनाव होना।
- किसी बीमारी या इन्फेक्शन के कारण इम्यूनिटी कमजोर होना।
- जैनेटिक कारणों से बच्चों में हो सकता है हार्मोन असंतुलन।
- एंडोक्राइन ग्लैंड में संक्रमण।
- एंडोक्राइन ग्लैंड में चोट लग जाना।
- हार्मोन बनाने वाली ग्रंथि की विफलता।
बच्चों में असंतुलित हार्मोन्स के लक्षण
1. वजन बढ़ना
बच्चों में अगर हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या है, तो उनके शरीर में फैट जमा हो सकता है। क्योंकि वसा आसानी से ऊर्जा में परिवर्तित नहीं हो पाएगा। इससे वजन बढ़ने लगता है और बच्चे चाइल्डहुड ओबेसिटी का शिकार हो जाते हैं। ऐसे बच्चों में ईटिंग डिसआर्डर की समस्या भी हो सकती है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं।
2. अधिक थकान होना
हार्मोन्स के असंतुलन के कारण अधिक बच्चे को अधिक थकान महसूस हो सकती है। अगर बच्चा जल्दी थक जाता है, तो उसमें हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो सकती है। ऐसे बच्चों में हड्डियों की कमजोरी भी महसूस हो सकती है। इसलिए लक्षण नजर आने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
3. बच्चे की ग्रोथ धीमी होना
बच्चे की ग्रोथ में हार्मोन्स की अहम भूमिका होती है। अगर बच्चे के शरीर में हार्मोन्स की गड़बड़ी है, तो उसकी ग्रोथ बाकी बच्चों के मुकाबले धीमी हो सकती है। साथ ही बच्चे में डायबिटीज और थायराइड जैसी बीमारियों के लक्षण भी हो सकते हैं।
4. सिर में दर्द होना
जब हार्मान्स का असंतुलन होता है, तो सिर में दर्द महसूस हो सकता है। ऐसा नहीं है कि हर समय बच्चे के सिर में दर्द रहेगा लेकिन थोड़े-थोड़े अंतराल पर अगर बच्चा सिर में दर्द की शिकायत कर रहा है, तो आपको गौर करना चाहिए।
5. स्वभाव में चिड़चिड़ापन
अगर बच्चे को हार्मोनल डिसआर्डर है, तो उसके स्वभाव में चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है। बच्चे को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ सकता है। या वह हर समय दुखी रह रहा हो। हालांकि यह लक्षण तनाव के कारण भी नजर आते हैं, लेकिन ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं।
उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी इस लेख को शेयर करना न भूलें।