अफगानिस्तान में भीषण भूकंप आने से 4000 लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. 6.1 की तीव्रता से आये भूकंप ने सैकड़ो घरो को मलबे में बदल दिया है.
7 अक्टूबर को अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई थी. जानकारी के मुताबिक, भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4000 हो गई है. तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया कि 587 मकान जमींदोज हो गए हैं और 235 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
587 मकान मलबे में तब्दील
तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया कि 587 मकान मलबे में तब्दील हो गए हैं और 235 क्षतिग्रस्त हो गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने कहा, ‘‘कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका की खबरों के बीच तलाश एवं बचाव अभियान जारी रहने के कारण साझेदारों तथा स्थानीय प्राधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान जताया है.’’
4 गावों के लोग सबसे अधिक प्रभावित
आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता अब्दुल्ला जन ने बताया कि भूकंप और उसके बाद आए झटकों का सबसे ज्यादा असर हेरात प्रांत के जेंदा जन जिले के चार गांवों पर सबसे अधिक पड़ा है. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से करीब 40 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था. इसके बाद 6.3, 5.9 और 5.5 तीव्रता के तीन भूकंप के झटके भी महसूस किए गए.
जाने क्यों और कैसे आता है भूकंप
आपकी जानकारी के लिए बता दे की धरती के निचे प्लेटें मौजूद होती है जो बेहद धीमी गति से घूमती रहती हैं. हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं. इस दौरान कोई प्लेट किसी से दूर हो जाती है तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है. इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है.